
होली (Holi) एक लोकप्रिय प्राचीन हिंदू त्योहार है अयोध्या पुरी कॉलोनी पंवासा
रिपोर्ट — विशाल पांचाल
उज्जैन पंवासा — होली (Holi) एक लोकप्रिय प्राचीन हिंदू त्योहार है इस प्रकार पंवासा अयोध्यापुरी वासियों ने भी होली का दहन का कार्यक्रम रखा गया,, विशाल पांचाल व अयोध्यापुरी वासियों से जानकारी दी की यह हिन्दू का त्योहार है और यह कार्यक्रम हम 13 वर्षो से करते आ रहे हैं ,,, व इस मे सभी अयोध्या पुरी वासियों का सहयोग रहता है ,,व छोटे बच्चे व सभी बहुत ही धुम धाम से त्योहार को बनाते हैं तो ओर , जिसे रंगों का त्योहार या वसंत का त्योहार के रूप में भी जाना जाता है (Festivals of Cloures). यह बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है, क्योंकि यह हिरण्यकश्यप पर विष्णु की नरसिंह नारायण के रूप में जीत का जश्न मनाता है. मथुरा में यह त्योहार राधा कृष्ण के शाश्वत और दिव्य प्रेम को उजागर करता है जो लगभग एक महीने तक चलता है. मथुरा-वृन्दावन की होली में शामिल होने के लिए दुनिया भर के कृष्ण भक्त यहां आते हैं (Mathura Holi).
होली वसंत के आगमन और फाल्गुन के हिंदू कैलेंडर महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा की शाम से शुरू होकर एक रात और एक दिन तक चलता है. अगर बात इंगलिश कैलेंडर की करें तो यह त्योहार मार्च के मध्य (Middle of March) में आता है. पहली शाम को होलिका दहन या छोटी होली और अगले दिन होली मनाई जाती है. भारत के राज्यों में इसे डोल पूर्णिमा, धुलेती, धुलंडी, उकुली, मंजल कुली, याओसंग, शिग्मो, फगवा के नाम से जाना जाता है
सभी अयोध्यापुरी वासियों
पियुष पांचाल
आदित्य सोलंकी
लक्की सोलंकी
की मण्डली की 5 दिनों से कार्यक्रम का आयोजन किया ,,