सूदखोरी के खतरनाक जाल का अंत: पिंकी और हेमलाल सिन्हा पहुंचे सलाखों के पीछे
प्रेस क्लब बलौदाबाजार की जुझारू लड़ाई ने दिलाई न्याय की जीत
बलौदाबाजार।
वर्षों से शहर में सूदखोरी के नाम पर भय, शोषण और अवैध वसूली का जो कुचक्र चल रहा था, उसका अंत अब शुरू हो गया है। पिंकी सिन्हा और हेमलाल सिन्हा — वह दंपति जिनके खिलाफ वर्षों से शिकायतें थीं, उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह सफलता केवल कानून की नहीं, बल्कि प्रेस क्लब बलौदाबाजार की जमीनी लड़ाई का परिणाम भी है, जिसने इस मुद्दे को जन-आंदोलन का स्वरूप दिया।
कैसे था सूदखोरी का जाल?
आरोप है कि यह दंपति लंबे समय से जरूरतमंदों को ऊँचे ब्याज दर पर कर्ज देते थे और बदले में ब्लैंक चेक या स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा लेते थे। भुगतान के बावजूद यह दस्तावेज़ लौटाए नहीं जाते और ब्याज की मनमानी वसूली, धमकी, ब्लैकमेलिंग आम हो गई थी। विरोध करने वालों को झूठे मुकदमे में फंसाने और सामाजिक रूप से बदनाम करने की भी कोशिशें होती थीं।
प्रेस क्लब की निर्णायक भूमिका
प्रेस क्लब बलौदाबाजार, विशेषकर अध्यक्ष नरेश गनशानी के नेतृत्व में पत्रकारों ने पीड़ितों की पीड़ा को मंच दिया।
प्रशासन से लेकर राजधानी रायपुर तक कई बार ज्ञापन सौंपे गए।
कलेक्टर दीपक सोनी के हस्तक्षेप के बाद मामला गंभीरता से लिया गया।
जब पुलिस की कार्रवाई में शिथिलता दिखी, तो आईजी, डीजी, कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल से सीधे मुलाकात कर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।
प्रेस क्लब के दबाव, जनचेतना और मीडिया कवरेज के चलते प्रशासन हरकत में आया और पुलिस ने आरोपी दंपति के खिलाफ धारा 420 (धोखाधड़ी), 506 (धमकी), 384 (जबरन वसूली), 34 (साझा अपराध), और 04 कर्जा एक्ट के तहत अपराध क्रमांक 951/2025 दर्ज कर कार्रवाई शुरू की।
मामला क्या था?
आवेदक हेमंत कन्नौजे (निवासी – ठाकुर देव चौक, पुरानी बस्ती) द्वारा शिकायत दी गई थी कि:
उसने 2019 में ब्याज पर कुछ राशि उधार ली थी।
आरोपियों ने 02 खाली चेक लिए और बाद में उसमें मनमाने रूप से रकम भरकर चेक बाउंस कराया।
भुगतान के बावजूद ब्याज के नाम पर लगातार अतिरिक्त वसूली, मारपीट और धमकी दी जाती रही।
चेक का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी की गई।
पूरी जांच के बाद एसपी भावना गुप्ता के निर्देशन में थाना सिटी कोतवाली पुलिस ने हेमलाल (48 वर्ष) और पिंकी सिन्हा (42 वर्ष), निवासी सी-4 राधा विहार कॉलोनी, को दिनांक 04.10.2025 को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में प्रस्तुत करने की कार्यवाही की।
जन प्रतिक्रिया
इस गिरफ्तारी के बाद शहर में राहत और संतोष का माहौल है। वर्षों तक डर और दबाव में जी रहे कई पीड़ितों ने प्रेस क्लब बलौदाबाजार को धन्यवाद देते हुए कहा कि –
“अगर प्रेस क्लब ने आवाज़ न उठाई होती, तो यह सूदखोर गिरोह आज भी लोगों की ज़िंदगी बर्बाद कर रहा होता।
नगरवासियों का कहना है कि जैसे दशहरे पर रावण का दहन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होता है, वैसे ही यह गिरफ्तारी एक सामाजिक बुराई पर जनसंगठित संघर्ष की जीत का प्रतीक है।
रिपोर्ट: तुलसी साहू


