-ससुराल पर मारपीट के गंभीर आरोप; मिशन शक्ति 5.0 पर उठे सवाल
बिजनौर। थाना मंडावर क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक विवाहिता ने थाने के अंदर ही अपना एक भावुक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। वीडियो में महिला रो-रोकर बिलखती नजर आ रही है और अपने ससुराल वालों पर मारपीट व अन्य गंभीर आरोप लगा रही है। साथ ही, वह थाना मंडावर की पुलिस पर भी इंसाफ न मिलने का इल्जाम ठोकर रही है। महिला ने वीडियो में साफ कहा है कि अगर उसके साथ कुछ भी बुरा होता है, तो इसके जिम्मेदार उसके ससुराल वाले और थाना मंडावर की पुलिस होंगे। यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे जनता में आक्रोश फैल गया है।
जानकारी के अनुसार, यह विवाहिता ने कुछ ही दिनों पहले सोहेल नामक युवक से प्रेम विवाह किया था। शादी के बाद ससुराल पक्ष से उसे लगातार परेशान किया जा रहा था। पीड़िता का आरोप है कि ससुराल वाले उसे मारपीट कर रहे हैं और उसकी जिंदगी को नर्क बनाने पर तुले हुए हैं। थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराने गई महिला को वहां भी कोई राहत नहीं मिली। गुस्से और निराशा में उसने मोबाइल से ही थाने के अंदर वीडियो रिकॉर्ड किया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। वीडियो में वह कहती नजर आ रही है, “मैं यहां थाने में हूं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। ससुराल वाले मुझे मार रहे हैं, और पुलिस कुछ नहीं कर रही। अगर मुझे कुछ हो गया, तो जिम्मेदारी थाना मंडावर पुलिस और मेरे ससुराल वालों की होगी।” वीडियो की अवधि करीब 1 मिनट से ज्यादा है, जिसमें महिला की आवाज कांप रही है और आंसू बह रहे हैं।
यह घटना उस समय की है जब प्रदेश पुलिस मिशन शक्ति 5.0 अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत महिलाओं से जुड़े अपराधों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। उच्च अधिकारियों ने साफ निर्देश दिए हैं कि किसी भी महिला से संबंधित शिकायत को गंभीरता से लिया जाए और तुरंत कार्रवाई हो। लेकिन इस वीडियो ने पूरे अभियान पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि अगर थाने में ही न्याय नहीं मिल रहा, तो सड़क पर कैसे मिलेगा? कई यूजर्स ने बिजनौर पुलिस को टैग करके तत्काल जांच की मांग की है।
–सोशल मीडिया पर हंगामा
वीडियो अपलोड होने के बाद से ही यह तेजी से शेयर हो रहा है। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर #BijnorPolice, #MissionShakti और #WomenSafety जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे हैं। एक यूजर ने लिखा, “मिशन शक्ति का मतलब सिर्फ भाषण देना नहीं, बल्कि अमल करना है। थाने में रो रही महिला को न्याय दो!” वहीं, स्थानीय पत्रकारों ने भी इसकी कवरेज शुरू कर दी है। वीडियो को हजारों व्यूज मिल चुके हैं, और लोग पीड़िता के लिए न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
— पुलिस की चुप्पी और अगला कदम
फिलहाल, थाना मंडावर या बिजनौर पुलिस के उच्च अधिकारियों की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान या स्पष्टीकरण नहीं आया है। जिला पुलिस प्रवक्ता से संपर्क करने पर कोई जवाब नहीं मिला। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो यह मामला और बड़ा रूप ले सकता है। पीड़िता के वकील या परिवार वाले भी अब एसएसपी कार्यालय पहुंचने की योजना बना रहे हैं।
मिशन शक्ति 5.0 के तहत महिलाओं की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1090 और 181 जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। लेकिन इस घटना ने साबित कर दिया है कि जमीनी स्तर पर इनका सही क्रियान्वयन अभी भी एक चुनौती है। बिजनौर पुलिस को अब इस वीडियो का संज्ञान लेकर तुरंत जांच शुरू करनी चाहिए, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और अन्य महिलाओं को विश्वास हो।


