ग्रामीण महिलाओं को दी गैस सुरक्षा की जानकारी, किया पौधारोपण
बिजनौर। आज दिनांक 15 जुलाई 2025, स्थान ग्राम नवलपुर बैराज, जिला बिजनौर में यहाँ हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) द्वारा अपना 51वां स्थापना दिवस बेहद उत्साह और सामाजिक समर्पण के साथ मनाया गया। यह आयोजन सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि इसमें सामुदायिक जागरूकता, महिला सशक्तिकरण, और पर्यावरण संरक्षण के सार्थक संदेश भी शामिल थे।








इस अवसर पर LPG गैस सुरक्षा के उपाय व प्रशिक्षण सत्र और कार्यक्रम की शुरुआत एलपीजी गैस सुरक्षा से जुड़ी जानकारी के साथ हुई। HPCL के अधिकारियों और गैस वितरक सरला मेहता जी द्वारा महिलाओं को बताया गया कि कैसे वे रसोई में गैस सिलेंडर का सुरक्षित उपयोग कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि गैस चूल्हे को हवा वाली जगह पर रखें। रबर पाइप को हर 2 साल में बदलें। खाना बनाते समय गैस से दूर रहें और कभी भी unattended ना छोड़ें। गैस सिलेंडर की सील और रेगुलेटर की स्थिति की नियमित जांच करें। अगर गैस लीक होने की आशंका हो, तो बिना देरी किए खिड़की-दरवाज़े खोलें, मुख्य वाल्व बंद करें और 1906 पर कॉल करें। यह प्रशिक्षण खासतौर पर ग्रामीण महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी साबित हुआ, क्योंकि कई महिलाएं अब भी परंपरागत ईंधन का प्रयोग करती हैं और गैस को लेकर भ्रम में रहती हैं। इसी के साथ उन्होंने कहा कि वर्तमान डिजिटल युग में HPCL ने उपभोक्ताओं के लिए गैस बुकिंग को बेहद सरल बना दिया है। इस अवसर पर ऑनलाइन गैस बुकिंग प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया।
आपको बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस जानकारी की काफी जरूरत थी, क्योंकि अब भी बहुत से लोग ऑनलाइन माध्यमों से अनभिज्ञ हैं। महिलाओं ने इसे उत्सुकता से सीखा और ऐप डाउनलोड करने में भी रुचि दिखाई।
इस आयोजन की सबसे खास बात रही कि 100 से अधिक महिलाओं की सक्रिय भागीदारी। गाँव की महिलाओं ने न केवल जानकारी प्राप्त की, बल्कि सवाल भी पूछे और अपनी जिज्ञासाएँ साझा कीं।
वितरक सरला मेहता ने कहा कि महिलाओं का आगे आना, सवाल पूछना और सीखने की ललक दिखाना वास्तव में सकारात्मक बदलाव का संकेत है। प्रबंधक निशा मेहता ने भी कहा कि HPCL हमेशा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रयासरत रही है, और इस तरह के जागरूकता शिविर इसी दिशा में एक मजबूत कदम हैं। कार्यक्रम के अंत में कुछ महिलाओं ने अपने अनुभव भी साझा किए और HPCL को धन्यवाद कहा कि उन्होंने गाँव तक यह जानकारी पहुँचाई।
कार्यक्रम के अंत में एक पौधारोपण अभियान चलाया गया, जिसमें अतिथियों, HPCL अधिकारियों और महिलाओं ने मिलकर नीम, आम, तुलसी और गुड़हल जैसे पौधे लगाए। यह प्रतीक था प्रकृति और जीवन के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी का।
प्रबंधक निशा मेहता ने कहा कि जैसे गैस की एक चिंगारी जीवन बदल देती है, वैसे ही एक पौधा – आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध हवा और स्वस्थ जीवन देता है।
आपको बता दें की इस आयोजन का मूल उद्देश्य ग्रामीण उपभोक्ताओं में एलपीजी गैस के सुरक्षित उपयोग की समझ विकसित करना तथा डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से गैस सेवाओं को आसान बनाना, महिलाओं को जागरूक और आत्मनिर्भर बनाना, पर्यावरण संरक्षण के लिए छोटे लेकिन महत्वपूर्ण कदम उठाना था।
HPCL ने यह साबित किया कि उनका उद्देश्य केवल ईंधन बेचने तक सीमित नहीं, बल्कि वे भारत के गाँव-गाँव तक जागरूकता और ज़िम्मेदारी पहुँचाने का संकल्प रखते हैं।


