जिले में मवेशी की हालत बदतर,लगातार हो रही मौत-प्रशासन मौन, गौ अभ्यारण व्यवस्था फेल
आखिर गौ संरक्षण अधिनियम कब लागू होगा
आखिर मवेशी की मौत होने पर किसके ऊपर होगा अपराध दर्ज
बलौदाबाजार
जिले में गौ माता की स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि सड़कों पर दुर्घटनाओं और आवारा पशुओं की समस्या बढ़ रही है. साधु-संत और सामाजिक कार्यकर्ता गौ माता को न्याय दिलाने और उनके संरक्षण के लिए आवाज उठा रहे हैं, और उनकी मांग है कि गायों को पशु के बजाय राष्ट्र माता का दर्जा मिले और उनके नाम पर राजनीति बंद हो, ताकि उनकी सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित हो सके। बलौदा बाजार भाटापारा जिले में ग्राम रिश्दा, ग्राम जारा, ग्राम परसाभदेर, ग्राम सोनार देवरी, और अब किरवई।
आज दिनांक को सुबह ग्राम किरवई, थाना सिमगा जिला बलौदाबाजार-भाटापारा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मे 70 से 80 गायों को बंधक बनाकर रखा गया है, जिसमें से कई गाय भूख से मर चुकी है। आज सरपंच पति उमेश सायतोड़े, उप सरपंच पति हेमलाल साहू, पंच पदुम साहू, शरण साहू पंच सहित कई अन्य ग्रामवासीगण इस घटना के लिए जिम्मेदार है। ज्ञात हो कि किरवई मे लगने वाली मवेशी बाजार को गौ तस्करी करने की शिकायत पर शासन ने बाजार को बंद कर दिया है। साथ बकरीद के ही दिन को बैल को काटने का मामला सामने आया था।जिसका आरोपी आज भी जेल मे है। मामले को पुलिस प्रशासन दबाने मे लगी है। विशेष सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बलौदाबाजार एसपी और भाटापारा एसडीओपी को अपना रिश्तेदार बताकर पूरे मामले को रफा दफा करवाने मे लगे है। मामले को लेकर गौ सेवको द्वारा सिमगा थाने को घेरने की तैयारी चल रही है। वैसे तो हिंदू धर्म में गायों को पवित्रता, समृद्धि और मातृत्व का प्रतीक माना जाता है।वे दूध के माध्यम से भोजन प्रदान करती हैं और कृषि एवं पर्यावरण को सहारा देती हैं।हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, गाय के शरीर में सभी देवी-देवता निवास करते हैं, और गौ सेवा से सभी की सेवा का फल मिलता है। मगर आज दिनांक में तो गौ माता की ओर देखने वाला भी कोई नहीं है रोड पर चलने वाले गाड़ियों से मवेशी टकरा जाती है और रास्ते में ही पड़ी रहती है और कभी घायल हो जाती है तो कही मर जाती है जिसको भी कहीं फेंक देते हैं और सड़ने करने लगते हैं और दूर-दूर तक उसकी दुर्गंध भी फैलती रहती है जिससे कीड़े भी पनपते रहते हैं और वातावरण दूषित होने के साथ-साथ दुर्गंध के वजह से लोग बीमार भी पढ़ रहे हैं। पूरे मामले को लेकर के गांव के पूर्व धर्म सेवा प्रमुख जागेश्वर साहू ने सिमगा थाने में लिखित आवेदन भी दिए हैं अब मामला देखने वाले यहां होगा कि आगे इस पर प्रशासन किस तरह से संज्ञान लेकर कार्यवाही करती है खबर अभी बाकी है वह अगले अंक में संबंधित सभी पक्षों का बयान लेकर के खबर पूनःप्रकाशित करेगी…..


